गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

पीटीसी के साथ गुरबाणी प्रसारण का किया समझोता रद्द करे एसजीपीसी: दादूवाल

— केंद्र सरकार एसजीपीसी के करवाए चुनाव
—हरियाणा के सिख अलग से बनाएंगे शिरोमणि अकाली दल हरियाणा
 अमृतसर
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष बाबा बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि पीटीसी चैनल के सामने आए महिला उत्पीड़न के मामले को मुख्य रख श्री हरिमंदिर साहिब की गुरबाणी लाईव का समझौता एसजीपीसी को रद्द करना चाहिए। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने एसजीपीसी को आदेश दिए है पीटीसी के साथ किया समझौता रद्द किया जाए और एसजीपीसी गुरबाणी के लाईव प्रसारण अपना चैनल बना कर करे। एसजीपीसी अगर सच में गंभीर है तो ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेशों को तुरंत लागू करे। दादूवाल अपने परिवार के साथ श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंचे थे।
दादूवाल ने कहा कि विधान सभा चुनावों के दौरान बादल परिवार के नेतृत्व वाले अकाली दल को नाकार दिया है। इस लिए प्रकाश सिंह बादल को अब अपना फखर ए कौम अवार्ड भी अकाल तख्त साहिब पर वापिस कर देना चाहिए। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह हुकमनामा जारी करके बादल परिवार को अब राजनीति से सन्यास लेने का आदेश दें। दादूवाल ने कहा कि जल्दी ही हरियाणा के सिख एक नया शिरोमणि अकाली दल हरियाणा का गठन करने जा रहा है। जिस को लेकर हरियाणा के सिखों के साथ विचार किया जा रहा है। जिस तरह दिल्ली के सिखों के अलग अकाली दल बना लिया है उसी तरह हरियाणा के सिख भी अलग से अकाली दल बनाएंगे।
दादूवाल ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के खिलाफ बादल दल के नेतृत्व वाली एसजीपीसी ने जो अदालत में केस किया है उस केस को एसजीपीसी वापिस ले। जिस तरह दिल्ली के सिखों को अपने गुरुधामों के प्रबंध देखने का अधिकार है उसी तरह हरियाणा के सिखों को भी अपने गुरुधामों के प्रबंध देखने का अधिकार मिलना चाहिए। हरियाणा कमेटी के खिलाफ केस करके गुरु की गोलक के राशि का दुरूपयोग कर रहे है। केंद्र सरकार को एसजीपीसी के चुनाव जल्दी करवाने चाहिए। क्योंकि पहले ही चुनावों में छह वर्ष की देरी हो चुकी है।
एसजीपीसी की ओर से पेश किए गए घाटे वाले बजट पर दादूवाल ने कहा कि एसजीपीसी की ओर से पेश किए जाते बजट में काफी घोटाले है। हरिमंदिर साहिब समेत विभिन्न गुरुद्वारों में संगत की आमद बहुत अधिक बढ़ रही है तो फिर बजट घाटे में कैसे हो सकता है। हरियाणा कमेटी के पास बहुत ही कम गुरुद्वारों को प्रबंध है। फिर भी पिछले वर्ष के मुकाबले हरियाणा कमेटी ने इस बार 25 प्रतिशत अधिक वाला बजट पास किया है। सभी गुरुद्वारों में संगत का चढावा बढ़ रहा है। परंतु एसजीपीसी कह रही है कि चढ़ावा कम हो रहा है। असल में एसजीपीसी खर्च बेफजूल कर रही है। अगर एसजीपीसी कहती है कि चढ़ावा कम है तो फिर समझ लेना चाहिए कि संगत को विश्वास नही है कि बादल ग्रुप के नेतृत्व वाली एसजीपीसी पैसे का सही उपयोग नही कर रही है।
— पंकज शर्मा


 

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