शुक्रवार, 18 मार्च 2022

डेढ़ घंटा तक श्री हरिमंदिर साहिब में रहे चन्नी,रूमाला साहिब किया भेंट,पालकी साहिब की सेवा भी निभाई

— काफी समय तक नतमस्तक होकर सुनते रहे इलाही गुरबाणी, मुख्यवाक लेने के बाद अरदास में भी लिया हिस्सा
पंकज शर्मा , अमृतसर
मुख्यमंत्री बनने के बाद  शुकराना की अरदास करने अमृतसर पहुंचे चरणजीत सिंह चन्नी डेढ़ घंटा दरबार साहिब  में रहे। चन्नी ने अपने समर्थकों व परिवार के सदस्यों के साथ पूरी परिक्रमा करते हुए प्रसाद करवाया और श्री अकाल तख्त साहिब से पालकी साहिब की सेवा में शामिल हुए। उनके साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी सुबह पालकी साहिब को कंधा देकर पालकी साहिब की सेवा निभाई। सुबह साढ़े चार बजे से लेकर छह बजे तक उन्होंने दरबार साहिब में मुख वाक व शबद कीर्तन श्रवण किया। श्री हरिमंदिर साहिब में सुबह की अरदास के वक्त वह हाजिर रहे। उन्होंने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की रूमाला साहिब भी सतकार सहित भेंट किया। उनके साथ डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी , डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और अलग अलग कांग्रेसी नेता सचखंड हरिमंदिर साहिब में अरदास के समय तक हाजिर रहे और ध्यान लगा कर इलाही गुरबाणी का कीर्तन श्रवण करते रहे।
हरिमंदिर साहिब नतमस्तक होने के बाद चन्नी अपने समर्थकों समेत जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट करने, श्री दुर्ग्याणा तीर्थ और श्री राम तीर्थ में भी नतमस्तक होने के लिए गए। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी को श्री हरिमंदिर साहिब सचखंड में कोई भी सिरोपा नहीं दिया। परंतु श्री हरिमंदिर साहिब सूचना केंद्र में तीनों को सिरोपे व हरिमंदिर साहिब के माडल देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान एसजीपीसी के महासचिव एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका और एसजीपीसी अलग अलग पदाधिकारी उनके साथ थे। सुबह से ही मुख्यमंत्री और उकने समर्थकों के हरिमंदिर साहिब में 3 बज कर 40 मिनट पर पहुंचने की सूचना को मुख्य रख एसजीपीसी ने अपनी टास्क फोर्स के कर्मचारी बढ़ी संख्या में हरिमंदिर साहिब परिसर में तैनात किए हुए थे। इस तरह पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपने कर्मचारी बढ़ी संख्या में हरिमंदिर साहिब परिसर व परिक्रमा में तैनात किए थे।
मुख्मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सुबह पालकी साहिब की सवारी को कंधा देने की योजना के तहत ही सुबह सुबह श्री हरिमंदिर साहिब पहुंचे। पहले उनकी ओर से हरिमंदि सााहिब की पूरी परिक्रमा की गई। इस के बाद वह माथा टेकने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे। इसी दौरान पालकी साहिब की सवारी श्री अकाल तख्त साहिब से श्री हरिमंदिर साहिब सखखंड तक जानी थी। जैसे ही पलकी साहिब श्री हरिमंदिर साहिब के रवाना होने लगी तो नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी ने पालकी साहिब को कंधा देकर अपनी श्रद्धा को प्रगट किया।
हरिमंदिर साहिब के अंदर पहुंच कर चन्नी श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष नतमस्तक होकर परिवार के सदस्यों के साथ बैठे रहे। इस दौरान उनकी ओर से सुबह का मुख्यवक भी श्रवण किया। कुछ समय तक गुरबाणी कीर्तन सुनने के बाद चन्नी और उकने परिवार के सदस्यों की ओर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप के लिए रूमाला साहिब भेंट किया। इस के बाद चन्नी कीर्तन करने वाले रागी सिंघा के पास उनके पीछे बैठ कर कीर्तर श्रवण करते रहे। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष भगवंत पाल सिंह सच्चर उनको पूरी तरह हरिमंदिर साहिब के संबंध में गाइड करते रहे। कुछ समय के बाद हुई अरदास में शामिल होने के बाद चन्नी अपने समर्थकों के साथ हरिमंदिर साहिब के सूचना केंद्र में पहुंच गए। मुख्यमंत्री के हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के दौरान इस बार कांग्रेसी वर्करों ने भी कोई अनुशासन हीनता का प्रदर्शन नहीं किया।

— पंकज शर्मा 

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