मंगलवार, 8 मार्च 2022

बसपा उम्मीदवार के प्रचार में नहीं दिखाई दे रहे अकाली दल के बड़े नेता,बसपा वर्करों में बढ़ी निराशा



—अकाली दल के सभी बढ़े नेता दिखाई दे रहे है अमृतसर पूर्वी और नार्थ में प्रचार करते हुए
अमृतसर
पंजाब में अकाली दल बादल का बहुजन समाज पार्टी के साथ गठजोड़ है। इस गठजोड़ के तहत बसपा को अकाली दल ने अमृतसर जिले में एक सीट अमृतसर सेंट्रल दी है। बसपा की नेता दलबीर कौर पंजाब के डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी के खिलाफ मैदान में अमृतसर सेंट्रल सीट पर प्रचार में डटी हुई है। परंतु उसकी मुहिम को अभी तक गति देने के लिए कोई भी बड़ा अकाली नेता अभी तक नहीं पहुंचा है। बसपा के राज्य महासचिव मंजीत सिंह अटवाल, जिला अध्यक्ष तारा चंद, जगदीश दुग्गल आदि प्रचार  को चला रहे है। जबकि अकाली दल के सभी नेता इस गठजोड़ उम्मीदवारों के प्रचार को गति देने की जगह अमृतसर पूर्वी विधान सभा क्षेत्र में खड़े अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया और अमृतसर नारर्थ् विधान सभा में खड़े अकाली दल के नेता  अनिल जोशी की प्रचार सभाओं में दिखाई दे रहे है। इस चले अब तो खुल कर लोग और बसपा  के वर्कर चर्चा करने लग पड़े है कि गठजोड़ का क्या फायदा है अगर गठजोड़ में शामिल दूसरी पार्टी के बड़े नेता प्रचार में नहीं आ रहे है।
अकाली दल बादल ने बहुजन समाज पार्टी के साथ राजनीतिक गठजोड़ के तहत 20 सीटें राज्य में बसपा को दी थी। जिसमें पहले अमृतसर की अमृतसर नार्थ और अमृतसर सेंट्रल बसपा को दी गई थी। बाद में अकाली दल ने अमृतसर नार्थ सीट को बसपा से बदल कर खुद ले लिया और भाजपा के पूर्व नेता अनिल जोशी को अकाली दल की टिकट से उम्मीदवार अमृतसर नार्थ से खड़ा कर दिया। इस के चलते बसपा के वर्करों के अंदर काफी रोष पैदा हो गया। अमृतसर नार्थ से कई नेता और वर्कर इसी रोष के चलते बसपा छोड़ कर पार्टी के नेता गुरबख्श सिंह शेरगिल की अगुआई में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। अब अकाली दल के बड़े नेताओं की ओर से अमृतसर सेंट्रल में बसपा उम्मीदवार के प्रचार अभियान में दिखाई न देने के कारण अमृतसर सेंट्रल के बसपा वर्करों में भी रोषा बढ़ रहा है। इस संबंधी जब बसपा अमृतसर शहरी के अध्यक्ष तारा चंद से बात की गई तो उन्होंने कहाकि अकाली दल के बड़े नेता भी आनेद वाले दिनों में बसपा उम्मीदवार के प्रचार अभियान में आएंगे। जब बसपा वर्करों की निराशा भी खत्म हो जाएगी।
— पंकज शर्मा

 

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