मंगलवार, 8 मार्च 2022

वामपंथियों के अलग अलग रास्ते इस बार प्रभवित करेंगे वाम वोट बैंक



—भाकपा ने जिले में संयुक्त समाज मोर्चा के साथ मिल सिर्फ एक सीट पर चुनाव लड़ने की बनाई सहमति
— अलग से मैदान में उतरी माकपा दो सीटों पर ही खड़े कर पाई है उम्मीदवार
पंकज शर्मा, अमृतसर
माकपा व भाकपा कभी वाम मोर्चा बना कर चुनावी मैदान में कूदती थी। आज हालात यह हो गए है कि दोनों पार्टियों ने अलग अलग रास्ते अपना लिए है। माकपा अपने उम्मीदवार यहां पार्टी के अलाट चुनावी चिंह पर मैदान में उतार रही है। वहीं भाकपा ने संयुक्त समाज मोर्चा के साथ गठबंधन करके चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार खड़े करने पर सहमति दी है। अमृतसर में चार सीटें पर चुनाव लड़ने की योजना बनाने वाली भाकपा का अभी तक एक सीट पर ही उम्मीदवार खड़े करने का फैसला हुआ है। जबकि बाकी तीन सीटों पर विवाद बना हुआ है।
भाकपा की हुई बैठक में अमृतसर वेस्ट, मजीठा, अमृतसर पूर्वी और अटारी विधान सभा सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का फैसला लिया था। पहले पार्टी अपने चुनाव सिंह पर उम्मीदवारों को खड़ा करना चाहती थी। बाद में पार्टी के अंदर शक्ति किसान ग्रुप ने संयुक्त समाज मोर्चा के साथ मिल कर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया। अमृतसर जिले की 11 विधान सभा सीटों पर वामपंथियों को किसानी, कृषि मजदूरों और कर्मचारी वर्ग में कुछ न कुछ प्रभाव व वोट बैंक हैं परंतु भाकपा की ओर से 11 में से चार सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने को लेकर सहमति बनी थी। पार्टी के अंदर कुछ लोग अपने उम्मीदवार पार्टी के नाम पर खड़े करने के लिए जोर डाल रहे थे। वहीं कुछ सदस्यों ने संयुक्त समाज मोर्चा के बैनर तले चुनाव लड़ने के लिए पक्षा रखना शुरू कर दिया। आखिर फैसला संयुक्त समाज मोर्चा के बैनर तले मैदान में उतरने का हो गया। पार्टी की बैठक में चली लम्बी बहस के बाद अमृतसर पूर्व, मजीठा और अटारी विधान सभा सीटों पर कोई सहमति उम्मीदवारों पर नहीं बन सकती। सिर्फ अमृतसर वेस्ट विधान सभा सीट पर ही अभी तक सहमति बनी हुई है। पार्टी की हुई बैठक में अमृतसर ग्रामीण और अमृतसर शहरी इकाईयों के सदस्यों ने अमृतसर वेस्ट विधान सभा सीट पर चुनाव लड़ने का स्वीकृति दी है। संभवना है कि इस सीट पर पार्टी की ओर से पार्टी की राज्य कौंसिल के सदस्य अमरजीत सिंह आंसल को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। जिस के लिए पार्टी ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। बाकी तीन सीटों पर अभी कोई भी सहमति न बनने के कारण संयुक्त समाज मोर्चा को भी उम्मीदवार बताने के लिए कहा गया है। अगर संयुक्त समाज मोर्चा भी इन तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं दे पाता तो फिर भाकपा की ओर से अपने उम्मीदवार खड़े किए जा सकते है। उधर माकपा ने अमृतसर जिले की बाबा बकाला सीट से गुरदीप सिंह बुताला और राजासांसी सीट से भूपिंदर सिंह छीना को अपना उम्मीदवार एलान कर दिया है। इस बार वाम पांथियों के अलग अलग रास्ते वाम वोट बैंक का बड़े स्तर पर हानी पहुंचाने की संभवना बन गई है।
— पंकज शर्मा

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