बुधवार, 11 नवंबर 2020

अप्रेशन ब्लू स्टार की वर्षगांठ के दौरान श्री हरिमंदिर साहिब में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, पुलिस के साथ हुई धक्कामुकी

— जत्थेदार अकाल तख्त ने कहा कि सिखों की खालिस्तान की मांग है जायज

 अमृतसर
जून 1984 में समय की सरकार की ओर से श्री अकाल तख्त साहिब पर की गई सैन्य कार्रवाई के दौरान मारे गए सिघों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान गर्म विचारधारा वाले सिख संगठनों के कार्यकर्ताओं ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। वहीं खालिस्तान के झंडे फहराए गए। श्री हरिमंदिर साहिब के अंदर जाने के लिए कुछ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ हाथापाई भी की। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिख कौम की ओर से तय किए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कौम की एकता को मजबूत बनाने के लिए सिख कौम के नाम संदेश दिया। अलग से बातचीत के दौरान ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिखों की ओर से खालिस्तान की उठाई जा रही मांग को जाय बताया कहा कि अगर केंद्र सरकार सिखों को खालिस्तान देता है तो सिख कभी भी खालिस्तान लेने से इंकार नही करेंगे। कई वर्षों के बाद श्री अकाल तख्त साहिब पर यह कार्यक्रम भरी बारिश के दौरान आयोजित हुआ। कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण यहां इस बार संगत बहुत ही कम संख्या में पहुंची वहीं तेज बारिश के चलते भी संगत बहुत कम थी। उधर  पुलिस की ओर से भी श्री हरिमंदिर साहिब को जाने वाले सभी रास्तों पर चप्पे पर पुलिस तैनात की गई थी। पुलिस ने भी लोगों को श्री हरिमंदिर साहिब में जाने से रोका गया। श्री हरिमंदिर साहिब परिसर पूरी तरह पंजाब पुलिस के 1500 से करीब सिविल वर्दी में तैनात पुलिस कर्मियों और एसजीपीसी की टास्क फोर्स के साथ भरा हुआ था। भारी सख्ती के बावजूद भी गर्म विचारधारा वाले सिख संगठनों के कार्यकर्ता श्री हरिमंदिर साहिब पहुंचने में सफल हो गए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह यहां कौम के नाम श्री अकाल तख्त साहिब पर संदेश जारी करने के बाद शहीदों के परिवारिक सदस्यों को सम्मानित किया। सरबत खालसा की ओर से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय के बाहर से कौम के नाम संदेश जारी किया। जबकि अकाली दल अमृतसर के कार्यकर्ताओं की ओर से मान का संदेश अकाल तख्त साहिब के पास अप्रेश्न ब्लू स्टार के शहीदों की याद में बनाए गए गुरुद्वारा के बाहर से जारी किया।  
श्री अकाल तख्त साहिब पर अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद हजूरी रागी भाई कुलदीप सिंह के जत्थे ने गुरबाणी कीर्तन किया। अरदास भाई सुलतान सिंह की ओर से की गई । हुकमनामा श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह की ओर से लिया गया। इस दौरान तख्त केसगढ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह , एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल व ज्ञानी गुरमिंदर सिंह आदि भी मौजूद थे।
सुबह करीब 6 बजे अकाली दल अमृतसर के कार्यकर्ता पार्टी के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान के बेटे इमान सिंह मान के नेतृत्व में जैसे ही श्री हरिमंदिर साहिब के अंदर प्रवेश होने लगे तो उनको रोक लिया गया। इसी दौरान सिख यूथ फेडरेशन भिंडरावाला के नेता बलवंत सिंह गोपाला के नेतृत्व में भी श्री हरिमंदिर साहिब के अंदर जाने वाले जत्थे को पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान सिख संगठनों के कार्यकर्ताओं की पुलिस कर्मचारियों के साथ हाथापाई भी हुई। प्रदर्शनकारियों ने खालिस्तान जिंदाबाद और एसजीपीसी व पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। करीब एक घंटे के बाद सिख संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को श्री हरिमंदिर साहिब के अंदर जाने की इजाजत दे दी गई।
बाक्स—
कौन कौन थे मौजूद
एसजीपीसी की ओर से अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजिंदर सिंह मेहता, उपाध्यक्ष गुरबख्श सिंह , महासचिव हरिजंदर सिंह धामी, पूर्व जत्थेदार जोगिंदर सिंह वेदांती , कार्यकारिणी कमेटी के मंगविंदर सिंह खापडखेडी, जगसीर सिंह मांगेआणा, सरबत खालसा के जत्थेदार ध्यान सिंह मंड, जरनैल सिंह सखीरा, दल खालसा के कंवरपाल सिंह बिट्टू, अकाल तख्त के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह , भगवंत सिंह सियालका , अमरजीत सिंह चावला, गुरचरण सिंह ग्रेवाल, भाई राम सिंह , अजायब सिंह अभियासी , गुरमीत सिंह बूह, बलदेव सिंह चुग, सुरजीत सिंह भिट्टेवड्ड , सुखदेव सिंह भूराकोहना, जसकरण सिंह काहलों , ज्ञानी रवेल सिंह , हरपाल सिंह , जगजीत सिंह , बलदेव सिंह सिरसा, यूनाईटेड अकाली दल के गुरदीप सिंह बठिंडा, तलविंदर सिंह बुट्टर, अमरबीर सिंह ढोट, महिंदर सिंह आहली , मंजीत सिंह भोमा आदि भी मौजूद थे।
— पंकज शर्मा

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