— कोविड—19 के दौरान भी गुरुघरों से जरूरतमों तक पहुंचाया जाता रहा है निरंतर लंगर
अमृतसर
श्री हरिमंदिर साहिब स्थित लंगर श्री गुरु राम दास जी में जरूरतमंदों के लिए लंगर सेवा निरंतर जारी है। गुरु रामदास लंगर में 24 घंटे लंगर की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए रहती है। यहां पर हर धर्म के लोग बिना किसी भेदभाव के लंगर शकते है। लंगर के लिए सामग्री यहां संगत की ओर से दान के रूप में भेंट की जाती है वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जिसका हर वर्ष अरबों रूपए का बजट होता है उसका करीब 10 से 12 प्रतिशत हिस्सा श्री गुरु राम दास लंगर के लिए रखा जाता है।
श्री हरिमंदिर साहिब समेत एसजीपीसी के प्रबंधों के अधीन चलने वाले लगभग सभी गुरुद्वारों में लंगर की व्यवस्था है। यह लंगर बिना किसी धर्म व जाति भेदभाव के सभी के लिए उपलब्ध है। सिख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरू नानक देव जी की ओर से शुरू की गई लंगर व पंगत की सेवा आज भी निरंतर सभी सिख गुरुघरों में जारी है। यहां हर धर्म व वर्ग के लोग एक साथ पंगत में बैठकर लंगर चख्ते है। यहां सभी धर्मों के लोग एक साथ बैठक लंगर चखते है वहीं इस लंगर को निरंतर चलता रखने के लिए हर धर्म और मजहब के लोग दान भी देते है।
कोरेाना —19 लाक डाउन के समय में भी गुरुघर का लंगर लगातार जारी रहा। यहां तक कि गुरुधरों में तैयार लंगर एसजीपीसी की ओर से तैयार करवा कर गांव गांव घर घर जरूरतमंदों तक पहुंचाया गया। इस कार्यकाल के दौरान चाहे गुरुद्वारा साहिबों व अन्य धार्मिक स्थानों में श्रद्धालुओं की संख्या चाहे नामात्र ही रह गई थी बावजूद इस के गुरुघर के लंगर में किसी भी तरह की रूकावट नही आई। श्री हरिमंदिर साहिब में लाक डाउन से पहले हर रोज करीब 80 से 87 हजार श्रद्धालु लंगर शकते थे। कोरोना कार्यकाल के दौरान यह संख्या करीब 3 से 4 हजार तक भी रह गई थी। आज लाक डाउन खुलने के बाद फिर से श्रद्धालुओं की संख्या में कुछ वृद्धि हुई है। आज कल हर रोज 20 हजार से अधिक ही श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब के गुरु राम दास लंगर में लंगर शक रहे है। इस लंगर के लिए सभी धर्म और वर्गों के लोग लंगर सामग्री व दान अपनी समर्था के अनुसार भेंट कर रहे है। हाल ही में यहां अलग अलग राजनेताओं , आम श्रद्धालुओं,धार्मिक सभा सोयाईटियों , एनजीओ , कुछ व्यापारिक संस्थानों और लोगों ने व्यक्तिगत रूप में गुरुघर के लंगर के लिए दान दिया वहीं मुसलिम समुदाय ने मुसलिम सिख सांझा फ्रंट के बैनर तले मुहम्मद परवेज के नेतृत्व में भी समाज व गुरू घर के प्रति अपनी श्रद्धा व मानवता के लंगर रूपी महान कार्य में योगदान डालने के लिए लंगर के लिए 330 क्विंटल गेंहू भेंट किया। अलग गांवों के लोगों ने भी सामूहिक रूप में लंगर के लिए सामग्री व दान भेजने की प्रक्रिया को लगातार जारी रखा हुआ है।
श्री गुरु राम दास लंगर के मैनेजर सुखबीर सिंह कहते है कि गुरुघर का लंगर हर धर्म व मजहब के लोंगों के लिए बिना किसी भेदभाव वितरत किया जाता है। इस लिए इस लंगर की परमपरा को चलाए रखने के लिए यहां एसजीपीसी अपनी जिम्मेवारी निभाती है वही सभी धर्मों और मजहबों के लोग भी अपने समर्था के अनुसार लंगर के लिए सामग्री और दान भेंट करते है। संगत की भेट से ही लंगर 24 घंटे जरूरतमंदों के किए चलता है।
— पंकज शर्मा
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