शनिवार, 15 जून 2013

हरिमंदिर साहिब परिसर में स्थापित शहीदी यादगार की बेसमेंट गैलरी लगाया एसजीपीसी ने ताला
- एसजीपीसी को डर है कि कहीं 6 जून को होने वाले कार्यक्रम के दौरान कुछ संगठन गैलरी में न स्थपित कर दें सिख शहीदों की तस्वीरें

 अमृतसर , 3 मई:
दमदमी टकसाल की ओर से अप्रेशन ब्लू स्टार में मारे गए सिखों की याद में बनाई गई यादगार की चाबियां चाहे एसजीपीसी को सौंप दी गई है। परंतु इस यादगार को लेकर उठा विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। यादगार के बेसमेंट में बनाई गई गैलरी जिसके दरवाजे पहले खुले हुआ करते थे उन दरवाजों को भी अब एसजीपीसी ने ताला लगा कर बंद कर दिया है। एसजीपीसी को डर है कि कही 6 जून को हरिमंदिर साहिब परिसर में श्री अकाल तख्त साहिब पर होने कार्यक्रम के दौरान गर्म विचारधारा वाले लोग गैलरी में संत जरनैल सिंंह भिंडरावाला और अन्य सिख शहीदों की तस्वीरें न स्थापित कर दें। करीब तीन दिन पहले एसजीपीसी अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ भी इस गैलरी का दौरा करके गए थे। जिस के बाद एसजीपीसी के अधिकारियों ने एक बैठक के बाद फैसला लिया है कि इस गैलरी का प्रबंध भी एसजीपीसी अपने कब्जे में ले ।
एसजीपीसी के इसी फैसले को मुख्य रखते हुए एसजीपीसी के अधिकारियों ने इस गैलरी पर भी अब अपना ताला लगा लिया है।
6 जून को श्री अकाल तख्त साहिब पर बड़े स्तर पर अप्रेशन ब्लू स्टार की वर्षगांठ आयोजित की जा रही है। इस कार्यक्रम में दुनिया भर से सिख संगठनों के लोग पहुंच रहे है। इस दौरान बड़ी संख्या में गर्म विचारधारा वाले लोग भी पहुंचते है। पहले ही यादगार का निर्माण और यादगार में संत जरनैल सिंह भिंडरवाला की तस्वीर वाली घड़ी को उतारने और यादगार संबंधी लिखे गए इतिहास और शहीदों के नाम लिखे जाने को लेकर सिख कौम में विवाद गहराया हुआ है। यह विवाद इतना अधिक गहरा हो गया है कि इस मामले में पांच तख्तों के सिंह साहिबान भी कोई सार्थक फैसला नहीं दे पाए है। जिस कारण इस विवाद पर फैसला लगातार आगे डाला जा रहा है। एसजीपीसी को शक है कि कहीं गर्म विचारधारा वाले संगठनों के लोग जबरदस्ती शहीदों की तस्वीरें गैलरी में स्थापित न कर दें। इस संबंध में जब एसजीपीसी के अलग अलग पदाधिकारियों ने गैलरी को ताला लगाने के संबंध में पूछा गया तो हर एक ने कहा कि वह इस पर कोई भी कमेंट नहीं देना चाहेंगे।
- पंकज शर्मा

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