रविवार, 19 अगस्त 2012

अपने गांव से बेहद प्यार था दारा सिंह को



पंकज शर्मा
धर्मू चक्क अमृतसर, 9 जुलाई:
पंजाब की शान दारा सिंह को अपने गांव के बेहद लगाव व प्यार है। यही कारण है कि आज गांव के प्रत्येक व्यक्ति का हाथ दारा सिंह के स्वस्थ्य के लिए भगवान के दर में मन्नत मांग रहा है। दारा सिंह ने अपने गांव के स्कूल के लिए भारी राशि नए कमरे बनाने के लिए दी थी। यह राशि कितनी दी इस का कभी भी जिक्र दारा सिंह ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ नहीं किया। यहां तक कि स्कूल के अध्यापकों को भी कह दिया गया था कि वह किसी को भी ना बताएं कि स्कूल की हालत सुधारने के लिए कितने पैसे दिये गए है। इस बात का खुलासा दारा सिंह भतीजे बलजीत की ओर से किया गया।
दारा सिंह एक पूर्ण धार्मिक स्वभाव के व्यक्ति है। इस लिए उन्होंने गांव के गरुुद्वारा साहिब के लिए भी भारी राशि प्रबंधक कमेटी को दी थी। इतना ही नहीं जब वह राज्य सभा के सांसद बने तो उन्हेंने 25 लाख रूपये गांव में खेल स्टेडियम बनाने के लिए भी दिये थे। गांव वालों ने दारा को सम्मान देते हुए इस स्टेडियम का नाम भी दारा सिंह ने नाम पर रख दिया। आज चाहे स्टेडियम की हालत दयनीय है। वहां विभिन्न खेलों के लिए गाउंड है। परंतु गांव में कुश्ती प्रेक्टिस के लिए कोई अखाड़ा नहीं है।
 दारा ने अपने पुराने दोस्तों को एक बार सलाह दी थी कि गांव में पहलवान पैदा करने के लिए कोई एकादमी या फिर अखाड़ा तैयार किया जाए। कुछ माह तो इस पर काफी काम हुआ। युवाओं में दारा को देख कर कुश्तियां लडऩे का उत्साह पैदा हुआ। गांव के युवा अखाडे में भी जाया करते थे। परंतु जल्दी ही युवा पहलवानी से दूर होने लगे। दारा का भतीजा बलजीत जो खुद भी पहलवान है कहते है कि अब उन्होंने दारा सिंह की प्रेरणा से एक बार फिर गांव में कुश्ती कल्ब स्थापित करने का फैसला लिया है। जो जल्दी ही शुरू किया जाएगा। सरकारों को भी इस तरह के कल्ब बनाने में सहयोग देना चाहिए।

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