शुक्रवार, 18 मार्च 2022

सीमांत क्षेत्रों में ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण को लेकर बढ़ी गतिवियों के कारण एसजीपीसी भी हुई सरगर्म

— एसजीपीसी ने युवाओं को सिखी के साथ जोड़ने के लिए घर घर अंदर धर्मशाला अभियान किया शुरू

— हिन्दू संगठनों ने ईसाई मिशनरियों के प्रचार के काउंटर के लिए गठित की जिला स्तर पर कमेटियां
— अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा मिशनरियों की ओर कथित लालच देकर किया जा रहा प्रचार चिंता का विषय

प्ंकज शर्मा , अमृतसर
पंजाब के सीमांत क्षेत्र में इसाई मिशनरियों की ओर से धर्मांतरण की बढाई जा रही गतिविधियों को मुख्य रख शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व हिन्दू संगठनों में चिंताएं गहराने लग पड़ी है। मामले की गंभीरता को मुख्य शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से राज्य भर व खास कर सीमांत क्षेत्र में सिख धर्म के प्रचार के लिए गतिविधियों को तेज कर दिया है।
शिरोमणि कमेटी और श्री अकाल तख्त साहिब पर बार्डर बेलेट में इसाई मिशनरी ग्रुपों की ओर से बढ़ाई जा रही धर्मा प्रचार के नाम तले धर्मांतरण की सरगर्मियों को मुख्य रख सिख धर्म का प्रचार व प्रसार भी बढा दिया हैैं। इस के लिए राज्य भर को तीन जोनों में बांट दिया गया है। एसजीपीसी की धर्म प्रचार कमेटी की अगुआई में माझा, मालवा और दोआबा जोनों में धर्म प्रचार के हैड क्वाटर बना दिए गए है। ताकि इसाई मिशनरियों के गांवों में बढ़ रहे प्रचार से आर्थिक रूप में पिछड़े लोग प्रभावित होकर कहीं अपना धर्म तेजी से न बदलने लगे। एसजीपीसी ने इस के लिए 150 से अधिक कमेटियां गठित की है। प्रत्येक प्रचार कमेटी में पांच से आठ व्यक्तियों को शामिल किया गया है। जिन में ग्रंथी, प्रचारक, रागी ढाडी व क्षेत्र के एसजीपीसी के सदस्य और गुरुद्वारों की कमेटियों के सदस्यों को भी प्रचार के अभियान में लिया जाता है। एसजीपीसी की ओर से गठित यह कमेटियां घर घर जाकर लोगों के सिखी के साथ जुड़ा रहने के लिए प्रेरित करती है तांकि राज्य में बढ़ रही धर्मांतरण की गतिविधियों को रोका जा सके।
उधर हिन्दू संगठनों धर्म जागरण मंच औरा अखिल भारत हिन्दू महासभा ने भी इसाई प्रचारकों की ओर से कथित रूप में लोगों को आर्थिक लालच देकर धर्मांतरण की चलाई जा रही गतिविधियों को रोकने के लिए कमेटियां गठित की गई है।
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श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा है कि उनके पास संगत की ओर से पिछले लम्बे समय से फोन के माध्यम से शिकायतें भेजी है कि कुछ चर्चों के मिशनरी सीमांत इलाकों में कथित तौर पर गुमराह करके और लालच आदि देकर आर्थिक तौर पर कमजोर ग्रामीणों को ईसाई बना रहे है। जो की आने वाले समय में एक बढ़ी चुनौती बनती जा रही है। इस लिए एसजीपीसी को इस का काउंटर करने के लिए आदेश दिए है। जिस के तहत एसजीपीसी ने राज्य भर में धर्म प्रचार व लोगों के सिखी के साथ जोड़ने के लिए कमेटियां गठित की है। यह कमेटियां घर घर अंदर धर्मशाला बैनर के तहत काम कर रही है। सारी गुरमख सिख संगत को इन कमेटियों को सहयोग देना चाहिए और इन का समर्थन करना चाहिए। एसजीपीसी ने काम शुरू किया है वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि किसी तरह के दबाव, लालच या धोखे से किसी का धर्मांतरण नही होना चाहिए। इस के लिए राज्य भर के लोगों को गंभीरता दिखानी होगी।
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एसजीपीसी के पदाधिकारियों महासचिव एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका और वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह भिट्टेवड्ड तथा जूनियन उपाध्यक्ष बाबा बूटा सिंह ने लोगों को अपील की है कि वह भी अपने अपने गांवों में कमेटियां बना कर सिखी का प्रचार करें। युवाओं को गुरु घर के साथ जोड़े और सिख इतिहास की जानकारी बच्चों तक पहुंचाए। उन्होंने कहा कि  एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जगीर कौर के आदेशों पर कमेटियों की ओर से राज्य के अलग अलग गांवों में सिख धर्म का प्रचार शुरू कर दिया है। इन कमेटियों में 11 या इस से अधिक सदस्य है। इन कमेटियों में एसजीपीसी के प्रचारक, एसजीपीसी के कर्मचारी व सदस्य और क्षेत्र के लोगों को भी शमिल किया जा रहा है। जो घर घर जाकर सिखी का प्रचार करेंगे। दूसरे धर्म में चले गए व्यक्तियों को वापिस अपनी धर्म में शामिल करवाएंगे और अमृतपान करवा कर गुरुघर के साथ जोड़ेंगे। सिख इतिहास के साथ सबंधित लिट्रेचर भी इन कमेटियों के सदस्य घर घर पहुंचांगे। कमेटियों की ओर से घरों में जाकर, गुरुद्वारों और शिक्षण संस्थानों में भी जा कर सिखी का प्रचार व प्रसार किया जाएगा। एसजीपीसी हमेशा से ही धर्म के प्रचार पर विशेष योगदान डालती आ रही है।यह कमेटियां एक सप्ताह एक इलाके में प्रचार करने के बाद सप्ताह के अंतिम दिन अमृतसर संचार कार्यक्रम भी करवाएंगी।
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राष्ट्रीय सिख संगठन के जिला अध्यक्ष डा संदीप सिंह ने बताया कि सीमांत क्षेत्रों में पहले भी इसाई मिशनरी लोगों को लालच देकर इसाई बनाते थे। 80 वें व 90वें दश्क में भी यह काफी प्रचालन रहा। उस वक्त भी धर्म जागरण मंच और राष्ट्रीय सिख संगत ने इस रोकने का अभियान चलाया था। जिस में काफी सफलता मिली थी। अस करीब चार पांच वर्षों से यह अभियान दोबारा जोर पकड़ने लग पड़ा है। इस को रोकने के लिए संगठन ने दोबारा कमेटियां गठित करने की योजना बनाई  है।
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अखिल भारत हिन्दूू महासभा के राज्य अध्यक्ष राज कुमार शर्मा ने कहा हिन्दू महासभा शुरू से ही इसाई मिशनरियों के धर्मांतरण मामले को लेकर आवाज उठाती रही है और भविष्य में भी उठाती रही है। जब पहले पंजाब में ईसाई मिशनरियों का अभियान तेज हुआ था तब भी हिन्दू महासभा ने इस का खुल कर विरोध किया था और इसाई बने परिवारों को वापिस हिन्दू धर्म में शामिल भी किया था। अब दोबारा काफी सूचना इन मामलो को लेकर आ रही है। जिस को मुख्य रख महासभा ने ईसाई मिशनरियों का काउंटर जवाब देने के लिए अमृतसर , गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन में अपनी कमेटियां गठित कर दी है।

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एसजीपीसी की धर्म प्रचार कमेटी के सचिव सिमरजीत सिहं ने कहा कि कुछ इलाकों से मिली सूचनाओं को मुख्य रख एसजीपीसी ने भी अध्यक्ष बीबी जगीर कौर के आदेशो पंर सिख धर्म के प्रचार को तेज कर दिया है। प्रचार पहले भी किया जाता था। परंतु अब लोगों को सही रास्ता दिखाने के लिए प्रचार के तरीकों में एसजीपीसी ने काफी तबदीली की है। अब सिख धर्म के  प्रचारक घर घर जा कर धर्म का प्रचार कर रहे है।
— पंकज शर्मा

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