- शहीद उधम सिंह के नाम पर बने कालेज का नाम बदल कर रख दिया है सरकारी यूनिवर्सिटी कालेज
- पंजाब के इंकलाबी युवाओं को होना होगा एक जुट
अमृतसर, 9 अक्टूबर:
पजाब सरकार की ओर से गुरु हरसहाए इलाके गांव मोहन के हिठाड़ में स्थित शहीद उधम सिंह यूनिवर्सिटी कालेज के नाम को बदल कर सरकारी यूनिवर्सिटी कालेज गुरु हर साहाए रखने की क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन नेशनल स्टूडेंट्स फेडरेशन(एनएसएफ) पंजाब ने सख्त शब्दों में निंदा की है। पंजाब सरकार की इस कार्रवाई को एनएसएफ ने शहीदों का अपमान और शहीदों की यादगारों में खत्म करने की साजिश बताया है।
एनएसएफ पंजाब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतविंदर सिंह ने कहा कि पंजाब की अकाली भाजपा गठजोउ़ सरकार पिछले काफी समय से देश की जंग-ए- आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शहीदों और स्वतंत्रा संग्रामियों को नजर अंदाज करती आ रही है। पंजाब सरकार यह नहीं चाहती की पंजाब की युवा पीढ़ी अपने शहीदों और उनकी विचारधारा का अपना कर सरकार की ओर से आम जनता के उपर किये जाते अन्या के खिलाफ किसी तरह की आवाज उठा सके। इसी लिये पंजाब सरकार ने एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश के तहत ही शहीद उधम सिंह के नाम पर बनाए गए यादगरी कालेज के नाम के बदल कर सरकारी यूनिवर्सिटी कालज रख कर आने वाली पीढिय़ों को शहीदों की विचारधारा से दूर करने की साजिश की है। जिस के खिलाफ एनएसएफ अपनी आवाज को और भी उग्र ढंग से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाते हुए जनता को पंजाब सरकार की इस करतूत के खिलाफ जगृत करेगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पंजाब के सभी इंकलाबी और जम्हूरी संगठनों को एक जुट होते हुए पंजाब सरकार की साजिश के खिलाफ आवाज को और भी बुलंद करना होगा। इस अवसर पर उनके साथ संगठन के राज्य महासचिव राजबीर सिंह राजबिंदर, गौरव सिंह, राजेश कुमार और जिला अध्यक्ष ठाकुर विजय सिंह आदि भी मौजूद थे।
- जारी कर्ता
राजबीर सिंह राजबिंदर
राज्य माहसचिव
एनएसएपफ पंजाब
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