JAN PAIGHAM is a voice of peoples fighting for their Rights In the World . JAN PAIGHAM Is organ of Genaral Peoples ..Send your views on current issues, revolutionary activities,. ;www.janpaigham.blogspot.in ;\ www.jantakpaigham.blogspot.in mail Your Articles on our e-mail ... jan.paigham@gmail.com ;
बुधवार, 7 जुलाई 2010
झेला लंबा इंतजार, करोड़ों की हानि
अमृतसर अंबाला में हुई जबरदस्त बारिश का संताप रेलवे मुसाफिरों को बुधवार को भी झेलना पड़ा। रेलवे यातायात प्रभावित रहने से विभाग को करोड़ों की हानि हुई है। ट्रेनों का टाइम बुरी तरह प्रभावित हुआ। मंगलवार को सुबह पहुंचने वाली ट्रेने बुधवार बाद दोपहर पहुंची। करीब एक दर्जन ट्रेनें निर्धारित समय से आठ से दस घंटे तक लेट पहुंची। इस कारण यात्रियों को भारी मुश्किलें आई। रेलवे स्टेशन पर लोगों की भीड़ लगी रही। जैसे ही लोगों को पता चला कि ट्रेनों का टाइम टेबल पूरी तरह प्रभावित हो गया है, तो वह बस अड्डे की ओर जाने लगे। सुबह कई ट्रेने समय पर न पहुंचने के कारण दिल्ली व अन्य शहरों को जाने वाले मुसाफिरों की भारी भीड़ लग गई। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्मो में जहां रश दिखाई दिया। वहीं पूछताछ केंद्र पर लोगों की भीड़ उनकी मुश्किलों को प्रदर्शित कर रही थी। बहुत से मुसाफिर वेटिंग हाल में लेटे रहे। काफी मुसाफिर प्लेटफार्म पर भी डेरा डाले हुए थे। गेस्ट हाउस भी मुसाफिरों के कारण फुल हो गया। जनसेवा गाड़ी सही समय पर रवाना हुई। जबकि नादेड़ एक्सप्रेस करीब 4 घंटे चालीस मिनट लेट थी। शताब्दी 4 बजे रवाना हुई। साढ़े चार बजे चलने वाली फ्लाइंग ट्रेन सुबह 11 बज कर 50 मिनट पर चली। मंगलवार को आने वाल छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस बुधवार शाम साढ़े पांच बजे पहुंची। फ्रंटीयर ट्रेन जो सुबह साढ़े 6 बजे आती है, वह करीब 12 घंटे लेट पहुंची। जबकि टाटा व डुप्लीकेट हावड़ा आदि ट्रेनों की सही स्थिति का अमृतसर रेलवे स्टेशन के अधिकारियों को भी पता नहीं था। विभाग से मिली जानकारी की अनुसार छत्तीसगढ़ ट्रेन रात्रि दस बजे, हावड़ा करीब 12 बजे, टाटा मोरी तीन घंटे लेट जाने की संभावना है। यह समय बदल भी सकते हैं। बारिश से करोड़ों का नुकसान : धर्मेंद्र फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर डीजीएम धर्मेद्र कुमार ने कहा कि अंबाला में हुई भारी बारिश से रेलवे को रेवेन्यू में करोड़ों का नुकसान हुआ है। कई जगहों पर माल गाड़ियों को भी रोकना पड़ा है। अगर आगामी 24 घंटों में बारिश नहीं होती है तो रेलवे यातायात अपने ट्रैक पर लौट आएगा।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें