अमृतसर। भारत और पाकिस्तान के वाणिज्य सचिवों के बीच इस्लामाबाद में हुई बैठक काफी संतोषजनक हुई है और इसके निकट भविष्य में अच्छे नतीजे सामने आएंगे। यह दावा भारत के वाणिज्य (कामर्स) सचिव डा. राहुल खुल्लर ने पाकिस्तान से लौटते समय अटारी सड़क सीमा पर किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जल्द ही पाकिस्तान सरकार भारत को सबसे पंसदीदा देश (मोस्ट फेवरेट नेशन) का दर्जा भी दे देगी, क्योंकि पाकिस्तान के वाणिज्य सचिव की ओर से इसके संकेत दिए हैं। इसी तरह दोनों देश एक-दूसरे के देशों में अपने-अपने बैंक खोलने के साथ-साथ निजी कंपनियों की इन्वेस्टमेंट भी करेंगे और इसके लिए प्रारूप तैयार करने में कुछ समय लगेगा।
भारत और पाकिस्तान के कामर्स सेक्रेटरी स्तर की तीन वर्षों बाद इस्लामाबाद में हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। भारतीय वाणिज्य सचिव डा. राहुल खुल्लर और उनके साथ पाकिस्तान गए छह सदस्सीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान से वापस लौटते समय यह दावा किया है। इस मौके पर डा. खुल्लर ने बताया कि पाकिस्तान में हुई वार्ता काफी अच्छी रही है। उन्होंने कहा कि दोनों मुल्क पिछली बातों को भूल कर भविष्य पर फोकस कर रहे हैं और इसीलिए दोनों मु्ल्कों ने व्यापार को बढ़ावा देने पर बल दिया है।
डा. खुल्लर ने बताया कि पाकिस्तान को भारत की ओर से मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा काफी समय पहले दिया जा चुका है। लेकिन पाकिस्तान की ओर से यह दर्जा अभी तक भारत को नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि लेकिन इस बार की वार्ता के बाद ऐसे संकेत मिले हैं जिनसे लगता है कि जल्द ही पाकिस्तान सरकार भारत को यह दर्जा दे देगी। क्योंकि पाकिस्तान सरकार भी अब व्यापार को बढ़ावा देने की पक्षधर है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि गुरुवार की रात में वहां पर आयोजित भोज के दौरान पाकिस्तान के कई व्यापारियों ने उनसे मुलाकात की और उनसे मांग की कि भारत-पाक बंटवारे से पहले की तरह अमृतसर और लाहौर के बीच कारोबार को फिर से शुरू किया जाए। जिस पर उन्होंने उनसे वादा किया है कि आईसीपी की निर्माण के पूरा होते ही उनकी यह मांग अपने आप पूरी हो जाएगी।
डा. खुल्लर ने बताया कि दोनों मुल्कों के वाणिज्य सचिवों के बीच हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। जिनमें दोनों मुल्कों के बैंक एक-दूसरे के जिलों में शाखाएं खोलेंगे, निजी कंपनियां वहां पर निवेश करेंगी और भी कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। जिन्हें पूरा करने के लिए समयसीमा भी तय की गई है। उन्होंने बताया कि नवंबर महीने में वह पाकिस्तान के वाणिज्य सचिव को भारत में आमंत्रित करेंगे और इन फैसलों की प्रोग्रेस को देख कर आगे की रूपरेखा भी तय की जाएगी। ताकि दोनों मुल्कों के बीच व्यापार और प्यार को बढ़ावा मिल सके।
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