गुरुवार, 2 मई 2013


अप्रेशन ब्लू स्टार की यादगार में से हटाई भिंडरावाला की तस्वीर लगी वाल क्लाक
- गोकल और द्वार के उप लगे संगमरमर पर अभी भी अंकति है भिंडरावाला और उनके साथियों के नाम
- ईमारत के अंदर पड़ी गोलक पर अभी भी लिखा है भिंडरावाला का नाम

 अमृतसर , 1 मई:
श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में बनी अप्रेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए सिखों की यादगार का विवाद दिन प्रतिदिन गहरा होता जा रहा है। इस यादगार के पास लगे बोर्ड जिन पर संत जरनैल सिंह भिंडरावाला का नाम लिखा था , को हटाने की एसजीपीसी की ओर से की गई कोशिश को लेकर पैदा हुआ विवाद का अभी कोई हल नहंीं निकला कि एसजीपीसी ने यादगार गुरुद्वारा के अंदर लगी उस वाल क्लाक को बुधवार हटा दिया जिस वाल क्लाक में करीब 6 इंच की संत जरनैल सिंह भिंडरावाला की तस्वीर लगी हुई है। भिंडरावाला की तस्वीर वाली वाल क्लाक हटाने को लेकर एक बार फिर एसजीपीसी और दमदमी टक्साल के कार्यकर्ताओं के मध्य तनाव वाला महौल पैदा हो गया है। भिंडरावाला की तस्वीर लगी वाल क्लाक हटा कर उसकी जगह पर एक अन्य सिंपल व किसी भी तस्वीर के बिना वाली वाल क्लाक एसजीपीसी की ओर से स्थापित कर दी गई है। तस्वीर वाली वाल क्लाक लगी होने के कारण विभिन्न संगठनों ने एतराज उठा कर एसजीपीसी के साथ साथ अकाली दल को भी कठघरे में खड़ा कर दिया था। जिस के बाद अकाली दल की सुप्रीम लीडरशिप के आदेशों पर एसजीपीसी ने भिंडरावाला की तस्वीर वाली घड़ी को हटा दिया है। इस से पहले एसजीपीसी की ओर से उस फलेक्स बोर्ड को भी हटा दिया था जिस पर संत जरनैल सिंह भिंडरावाला और अन्य आतंकियों के नाम लिखे थे। परंतु एसजीपीसी उन लोहे के बोर्डों को हटा पाने में सफल नहीं हुई है जिस पर पेंट से भिंडरावाला के नाम लिखे हुए है। यादगार गुरुद्वारा के मुख्य द्वार के उपर लगे डिलाईनदार संगमरमर पर अभी भी संत जरनैल सिंह भिंडरावाला और उनके साथियों के नाम की याद वाली सिल स्थापित है। गुरुद्वारा साहिब के अंदर पड़ी हुई गोलक जिस पर जरनैल सिंह भिंडरावाला का नाम लिखा हुआ था उस से अभी तक नाम नहीं हटाया गया है जबकि इस गोलक की साइड बदल कर गोलक पर लिखे नाम वाली साईड को दीवार की तरफ कर दिया गया है।
एसजीपीसी की ओर से उठाए इस कदम के कारण दमदमी टकसाल और एसजीपीसी के मध्य विवाद थमने की बजाए आने वाले समय में और अधिक गहरा होने की संभावना है। इस से सिखों के नर्म व गर्म विचार धारा वाले ग्रुपों में विवाद बढ़ेगा वहीं इस यादगार के गुंबदों की रह गई कार सेवा भी प्रभावित हो सकती है। क्यों के दमदमी टकसाल इस यादगार की इमारत की कारसेवा करवा रही है।
- पंकज शर्मा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें